#चंद्र ग्रहण का प्रभाव
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Chandra Grahan 2024: 18 दिसंबर को लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा असर
Chandra Grahan 2024: 18 दिसंबर को लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा असर #news #viral #trending #update #newspaper #breakingnews #currentaffairs #dailynews #newsletter #newspapers #newsupdate #People #Media #info #Journalism #Press
Chandra Grahan Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष के दौरान 18 सितम्बर 2024 को लगाने जा रहा चंद्र ग्रहण भारत में आंशिक रूप से दिखाई देगा। हालांकि ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस ग्रहण का प्रभाव कुछ राशि वालों के लिए बड़ा ही खतरनाक होने वाला है। चलिए जानते हैं कि ��ंद्र ग्रहण किन राशि वालों को परेशानियों में डाल सकता है। वृषभ राशि पितृपक्ष में पड़ने वाला चंद्र ग्रहण वृषभ राशि वालों के लिए शुभ रहने वाला है।…
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आज दिनांक - 28 अगस्त 2024 का सटीक गणनाओं के साथ वैदिक हिन्दू पंचांग, गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन कलंक निवारण के उपाय
🌤 दिनांक - 03 सितम्बर 2024 🌤 दिन - मंगलवार 🌤 विक्रम संवत - 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080) 🌤 शक संवत -1946 🌤 अयन - दक्षिणायन 🌤 ऋतु - शरद ॠतु 🌤 मास - भाद्रपद (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार श्रावण) 🌤 पक्ष - कृष्ण 🌤 तिथि - अमावस्या सुबह 07:24 तक तत्पश्चात प्रतिपदा 🌤 नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी 04 सितम्बर रात्रि 03:10 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी 🌤 योग - सिद्ध शाम 07:05 तक तत्पश्चात साध्य 🌤 राहुकाल - शाम 03:45 से शाम 05:19 तक 🌤 सूर्योदय -06:23 🌤 सूर्यास्त- 18:51 👉 दिशाशूल - उत्तर दिशा मे 🚩 व्रत पर्व विवरण - मंगलागौरी पूजन (अमावस्यांत),अमावस्यांत श्रावण मास समाप्त 💥 विशेष - अमावस्या एवं व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्��ह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞
🌷 सौ गुना फलदायी “शिवा चतुर्थी” 🌷
➡ 07 सितम्बर, शनिवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है ।
🙏🏻 भविष्य पुराण के अनुसार ‘भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी का नाम ‘शिवा’ है | इस दिन किये गये स्नान, दान, उपवास, जप आदि सत्कर्म सौ गुना हो जाते हैं |
👩🏼 इस दिन जो स्री अपने सास-ससुर को गुड़ के तथा नमकीन पुए खिलाती है वह सौभाग्यवती होती है | पति की कामना करनेवाली कन्या को विशेषरूप से यह व्रत करना चाहिए |’
🌞 ~ वैदिक पंचाग ~ 🌞
🌷 गणेश-कलंक चतुर्थी 🌷
🙏🏻 ( ‘ॐ गं गणपतये नम:’ मंत्र का जप करने और गुड़मिश्रित जल से गणेशजी को स्नान कराने एवं दूर्वा व सिंदूर की आहुति देने से विघ्न-निवारण होता है तथा मेधाशक्ति बढ़ती है | )
🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞
🌷 गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन कलंक निवारण के उपाय
➡ इस वर्ष - 06 सितम्बर 2024 शुक्रवार को चंद्र दर्शन निषेध चन्द्रास्त : रात्रि 08:56 एवं 07 सितम्बर, शनिवार को चंद्र दर्शन निषेध चन्द्रास्त : रात्रि 09:27 🙏🏻 भारतीय शास्त्रों में गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन निषेध माना गया है इस दिन चंद्र दर्शन करने से व्यक्ति को एक साल में मिथ्या कलंक लगता है। भगवान श्री कृष्ण को भी चंद्र दर्शन का मिथ्या कलंक लगने के प्रमाण हमारे शास्त्रों में विस्तार से वर्णित है।
🌷 भाद्रशुक्लचतुथ्र्यायो ज्ञानतोऽज्ञानतोऽपिवा। अभिशापीभवेच्चन्द्रदर्शनाद्भृशदु:खभाग्॥
🙏🏻 अर्थातः जो जानबूझ कर अथवा अनजाने में ही भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को चंद्रमा का दर्शन करेगा, वह अभिशप्त होगा। उसे9 बहुत दुःख उठाना पडेगा।
🙏🏻 गणेश पुराण के अनुसार भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन चंद्रमा देख लेने पर कलंक अवश्य लगता है। ऐसा गणेश जी का वचन है।
🙏🏻 भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन न करें यदि भूल से चंद्र दर्शन हो जाये तो उसके निवारण के निमित्त श्रीमद्भागवत के १०वें स्कंध, ५६-५७वें अध्याय में उल्लेखित स्यमंतक मणि की चोरी कि कथा का श्रवण करना लाभकारक है। जिससेे चंद्रमा के दर्शन से होने वाले मिथ्या कलंक का ज्यादा खतरा नहीं होगा।
🌷 चंद्र-दर्शन दोष निवारण हेतु मंत्र 🌷
🙏🏻 यदि अनिच्छा से चंद्र-दर्शन हो जाये तो व्यक्ति को निम्न मंत्र से पवित्र किया हुआ जल ग्रहण करना चाहिये। मंत्र का २१, ५४ या १०८ बार जप करें । ऐसा करने से वह तत्काल शुद्ध हो निष्कलंक बना रहता है। मंत्र निम्न है।
🌷 सिंहः प्रसेनमवधीत् , सिंहो जाम्बवता हतः। सुकुमारक मा रोदीस्तव, ह्येष स्यमन्तकः ॥
🙏🏻 अर्थात: सुंदर सलोने कुमार! इस मणि के लिये सिंह ने प्रसेन को मारा है और जाम्बवान ने उस सिंह का संहार किया है, अतः तुम रोओ मत। अब इस स्यमंतक मणि पर तुम्हारा ही अधिकार है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, अध्यायः ७८)
🙏🏻 चौथ के चन्द्रदर्शन से कलंक लगता है | इस मंत्र-प्रयो�� अथवा स्यमन्तक मणि कथा के वचन या श्रवण से उसका प्रभाव कम हो जाता है |
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Surya Grahan 2024: साल का पहला सूर्य ग्रहण? अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भूलकर भी न करें ये कामSolar Eclipse 2024: ग्रहण एक ऐसी घटना है, जिसका विज्ञान से लेकर धर्म और ज्योतिष तक में बहुत महत्व है। सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन और चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है। चैत्र मास की अमावस्या तिथि 08 अप्रैल को है।
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Holi 2024 Kab Hai? Holi Festival in Hindi
"होली-2024 कब है?" इस प्रश्न का उत्तर हमारे ब्लॉग पोस्ट में प्राप्त करें, जहां हम आपको हिंदू पौराणिक कथाओं और हिंदू पंचांग के अनुसार विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। हमारे ब्लॉग पोस्ट में आपको होलिका दहन मुहूर्त, पूजा विधि, चंद्र ग्रहण के प्रभाव, धुलेटी (रंगो वाली होली), पारंपरिक व्यंजनों, होली का त्यौहार मनाना और सावधानियों के बारे में जानकारी मिलेगी। हमारी पोस्ट पढ़ें और अपनी होली की तैयारी आसान बनाएं।
होली हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसका इंतजार लोग महाशिरात्रि के बाद वसंत माह की शुरुआत से ही करने लगते हैं। क्योंकि यह संस्कृति, धर्म और परंपरा का उत्सव है, जो जीवंत रंगों के साथ लोगों में खुशी और उत्साह फैलाता है। आइए जानते हैं जीवंत रंगों का त्योहार होली कब है? Know more information...
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साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कितने बजे से शुरू होगा: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में रात 01 बजकर 06 मिनट से शुरू होगा और सुबह 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा। ग्रहण 1 घंटे और 19 मिनट तक रहेगा |
चंद्र ग्रहण कहां-कहां दिख���ई देगा: चंद्र ग्रहण को भारत के अलावा पश्चिमी प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, यूरोप, अफ्रीका, पूर्वी दक्षिण अमेरिका, उत्तरपूर्वी उत्तरी अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर में भी देखा जा सकेगा।
चंद्र ग्रहण कब लगता है: चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन ही होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है। पृथ्वी की छाया चंद्रमा की सतह पर पड़ती है, जिससे यह कुछ घंटों के लिए धुंधला हो जाता है। और कभी-कभी लाल रंग का भी दिखाई देने लगता है।
Chandra Grahan 2023: चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाएं भूल से भी न करें ये 10 काम :-
आश्विन मास की पूर्णिमा के दौरान 30 साल बाद एक विशेष संयोग बना रहा है. इस दिन चंद्रग्रहण लग रहा है, जो शरद पूर्णिमा के दिन लगेगा और ऐसा 30 साल बाद होगा. साल 2023 में लगने वाले चार ग्रहण में से पूर्णिमा की तिथि पर लगने वाला यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा, जिसका सूतक काल भी मान्य होगा. ग्रहण लगने की घटना का प्रभाव दुनिया समेत सभी लोगों पर पड़ता है. ऐसे में लोगों को चंद्र ग्रहण के दौरान कई बातों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है. खासकर, गर्भवती महिलाओं ���ो चंद्र ग्रहण के दौरान 10 ऐसी बातों का ख्याल रखने की विशेष आवश्यकता है, जिसका दुष्परिणाम सीधे उनके स्वास्थ्य या उनके होने वाले बच्चों के सेहत पर पड़ सकता है.
गर्भवती महिलाएं रखें इन दस बातों का ध्यान :- – किसी भी गर्भवती महिला को चंद्र ग्रहण के दौरान घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए और चांद को नहीं देखना चाहिए. – गर्भवती महिलाओं को चंद्रग्रहण के दौरान घर के अंदर उस जगह पर बैठना चाहिए, जहां चांद की किरणें भी नहीं पहुंचे और ना ही प्रकाश होना चाहिए. – गर्भवती महिलाओं को चंद्रग्रहण के दौरान विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. – ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला के पास एक नारियल रखना चाहिए. नारियल रखने से सभी प्रकार के दोष कट जाते हैं. ग्रहण के बाद उसे किसी नदी में विसर्जित करना चाहिए.
– चंद्र ग्रहण के दौरान सुई धागा से लेकर हथियार तक का प्रयोग गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए. ग्रहण के दौरान कपड़े सिलने की भी मनाही होती है. – चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को उठने बैठने में सावधानी बरतनी चाहिए. इतना ही नहीं ग्रहण लगने के दौरान उन्हें भोजन खाने से भी परहेज करना चाहिए. – चंद्र ग्रहण के दौरान जिस कमरे में गर्भवती महिला हो वहां एक लोटा जल रख देना चाहिए. जिससे ग्रहण का प्रभाव कम हो जाता है. बाद में, जल को किसी पौधे की जड़ या किसी शुद्ध स्थान पर फेंकना चाहिए. – चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला के शरीर के बराबर धागा माप कर रख देना चाहिए. बाद में उस धागे को किसी पेड़ में बांध देना चाहिए. – चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को कमरे में टहलते रहना चाहिए, उन्हें स���ने की मनाही है. इन सब बातों का ध्यान रखकर गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव से बच सकती हैं.
ग्रहण काल - ग्रहण के बाद स्नान के पश्चात रात्रि में ही खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखें व सुबह प्रसाद रुप में खाऐं. सूतक लगने से पहले ही भोजन कर लेवें. सूतक प्रारंभ 28 अक्टूबर शाम 4:06 से और बालक, वृद्ध, रोगी एवं गर्भवती महिलाओं के लिए 28 अक्टूबर रात्रि 8:36 से शुरू होगा |
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पूर्णिमा की रात्रि में चन्द्र-ध्यान के लाभ | Full Moon Meditation Benefits in Hindi
Full Moon Meditation Benefits मनुष्य की जीवन धारा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा कुदरती घटनाओं के संयोग और प्रतिसंयोग से स्थापित होता है। इनमें से एक ऐसा संयोग पूर्ण चंद्रमा यानी कि चंद्र ग्रहण का होता है। इसे वैज्ञानिक कोड और अंडरस्टेंडिंग का साधन जैसा माना जाता है। यह व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्थिति पर प्रभाव डालता है। जबकि ध्यान का अभ्यास करने से हमारी आत्मा और मन शांत होते हैं। इसे…
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🌒चंद्र ग्रह बुध पुर्णिमा🌟 पर बनने जा रहा है 🔱अद्भुत योग 💢 चंद्र ग्रहण के समय 🕜किस राशि पर क्या पड़ेगा ❓प्रभाव और क्या करें उपाय⁉️
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Aries:-इमोशनली अपने आप को भी पा सकते हैं आलस की वजह से टाइम खराब होगा । Taurus:-किसी व्यक्ति को लंबे समय से बीमारी है तो उस व्यक्ति की बीमारी ठीक हो सकती है. जो लोग बिजनेस में हैं उनकी आय में वृद्धि हो सकती है. Gemini:-भाग्य का साथ प्राप्त होगा. आय में वृद्धि भी होगी. Cancer:-नौकरी करने वालों को प्रमोशन और तरक्की प्राप्त हो सकती है। Leo:-जिन लोगों की शादी नहीं हो रही है उनको शादी के योग बन रहे हैं. Virgo:-अपनी सेहत का ध्यान रखें Libra:-क्षेत्रों में भी सफलता प्राप्त हो सकती है. Scorpio:- अपने कार्य क्षेत्र में ध्यान लगाएं और धन्य वय से बचें Sagittarius :- लंबे समय से चल रही बीमारी खत्म हो सकती है। Capricorn :- नयी नौकरी बेहतर सैलरी या न्यू बिजनेस का बहुत अच्छा योग ��ै Aquarius:- आलस बढ़ेगा काम का Pressure बढ़ेगा कई काम मन मार कर करने पड़ेंगे । Pisces:- इस समय पुराना रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है.
🌟चंद्र ग्रहण के दौरान न करें ये काम🌟 चंद्र ग्रहण का सूतक लगते ही विशेष कामों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए और साथ ही इस समय कोई भी शुभ-मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए. चंद्र ग्रहण के दौरान खरीदारी करने से बचना चाहिए. चंद्र ग्रहण का सूतक लगते ही पूजा-पाठ जैसे धार्मिक काम करना अशुभ माना जाता है. खासकर गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और तेजधार या नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल न करें
🌟चंद्र ग्रहण में करें ये काम🌟 चंद्र ग्रहण में आप धार्मिक मंत्रों का जितना हो सके जाप करें और भगवान का स्मरण करें. आप गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र या अन्य मंत्रों का जाप कर सकते हैं. ग्रहण के बाद परदा हटा दें और गंगाजल का छिड़काव करें. चंद्र ग्रहण से पहले ही खाद्य-पदार्थों में तुलसी या कुश डाल दें. लेकिन तुलसी के पत्तों को सूतक लगने के पहले या एक दिन पहले ही तोड़कर रख लें. चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद चावल, दूध, सफेद वस्त्र, सफेद मिठाई, दही आदि जैसी चीजों का दान करने से कुंडली में चंद्र दोष दूर होता है. . . . #mooneclipse #moon #astropardumanrudraksha #astro #guruji
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Delhi News: साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण, गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें विशेष ध्यान
जहां बीतें कुछ दिनों पहले विदेशों में सूर्य ग्रहण देखा गया था, तो वहीं अब चंद्रग्रहण लगने वाला है। इस साल करीब दो चंद्रग्रहण और दो सूर्यग्रहण लग रहे हैं, लेकिन साल का पहला चंद्रग्रहण 5 मई को लगने जा रहा है और इस दिन ही बुद्ध पूर्णिमा है। वैज्ञानिक दृष्टि से बात करें, तो चंद्रगहम तब होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है, वहीं धार्मिक मान्याताओं के अनुसार, राहु केतु के कारण चंद्रगहण की स्थिति बनती है, ग्रहण लगने से चंद्रमा पर संकट की घंडी खड़ी हो जाती है।
चंद्रग्रहण का समय
भारतीय समय के अनुसार, चंद्रग्रहण का समय 8 बजकर 46 मिनट से शुरु होगा और मध्यरात्रि यानी की 1 बजकर 2 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। साल का पहला चंद्रग्रहण उपछाया ग्रहण है।
धारदार चीजों का इस्तेमाल
धार्मिक मान्यताओं अनुसार, चंद्रग्रहण या सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को धारदार चीजों के उपयोग से बचना चाहिए. इसका नकारात्मक प्रभाव मां और बच्चे पर ��ेखने को मिलता है।
ग्रहण के समाप्त होने के बाद क्या करना चाहिए ?
ग्रहण की समाप्ती के बाद गर्भवती महिलाओं को गंगा जल या किसी पवित्र नदी के जल से स्नान करना चाहिए। इन उपायों के करने से गर्भ में पल रहे शिशु और मां दोनों को अनेक दोषों से हटाया गया है।
चंद्र ग्रहण 2023 गर्भवती महिलाएं ध्यान रखे ये बातें
चंद्र ग्रहण के दौरन गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से सावधान बरतनी चाहिए और इस दौरन घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ग्रहण काल में धारदार चीज और पूजा-पाठ से भी दूर रहना चाहिए।
शास्त्रों में बताया गया है कि ग्रहण काल में भूलकर भी किसी सुनसान जगह या शमशान की तरफ नहीं जाना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ता है। साथ ही इस दौरान क्रोध से भी बचना चाहिए।
ग्रहण के दिन व्यक्ति को पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। साथ ही इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, धन या वस्त्र का दान करने से विशेष लाभ मिलता है। साथ ही ग्रहण खत्म होने के बाद घर का शुद्धिकरण अवश्य करें। ऐसा करने से ग्रहण का दोष खत्म हो जाता है।
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Solar Eclipse 2021: जून में लग रहा साल का पहला सूर्यग्रहण, जानें तारीख तथा सूतक काल
Solar Eclipse 2021: जून में लग रहा साल का पहला सूर्यग्रहण, जानें तारीख तथा सूतक काल
Solar Eclipse 2021 | हिंदू धर्म के अनुसार हर ग्रहण का अपना महत्व होता हैं और हर ग्रहण भले ही वो सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण अपना प्रभाव अवश्य छोड़ता हैं, बीते 26 मई को चंद्र ग्रहण लगा था जो साल का पहला ग्रहण था जबकि साल का दूसरा ग्रहण और पहला सूर्यग्रहण 10 जून को हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस वर्ष 2021 में चार ग्रहण पड़ेंगे जिनमें 2 सूर्यग्रहण (Solar Eclipse 2021) और 2 चंद्रग्रहण (Lunar…
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शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा के दिन क्या करें और क्या नहीं, जानिए
शरद पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा भी कहते है। पश्चिम जगत में इसे ब्लू मून कहा जाता है। कहते हैं कि नीला चांद वर्ष में एक बार ही दिखाई देता है। एक शताब्दी में लगभग 41 बार ब्लू मून दिखता है। इस बार 30 अक्टूबर 2020 शुक्रवार को शरद पूर्णिमा है। आओ जानते हैं अश्विन मास में आने वाली शरद पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं।*
शरद पूर्णिमा के दिन क्या करें :-
1. शरद पूर्णिमा के चांद में छत या गैलरी पर चांद की रोशनी में चांदी के बर्तन में दूध को रखा जाता है। फिर उस दूध को भगवान को अर्पित करने के बाद पिया जाता है।
2. कुछ लोग पूर्ण चंद्रमा के आकाश के मध्य स्थित होने पर उनका पूजन करते हैं और खीर का नैवेद्य अर्पण करने के बाद रात को खीर से भरा बर्तन खुली चांदनी में रखकर दूसरे दिन उसका भोजन करते हैं।
3. इस दिन घर में माताएं ज्यादा दूध लेती है। फिर दिनभर उसे ओटाती या उकालती घोटती रहती हैं। फिर उसमें केसर-मेवा आदि डालने के बाद रात को छत पर ले जाकर चंद्रमा को उसका प्रसाद चढ़ाकर उसका पूजन करती हैं। फिर चांदी का पतीला चंद्रप्रकाश में रख दिया जाता है ताकि चंद्रकिरणों से बरसता अमृत उसमें समा जाए। अंत में उसे पिया जाता है।
4. शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी, चंद्र देव, भगवान शिव, कुबेर और भगवान श्री कृष्ण की आराधना की जाती है। शरद पूर्णिमा की रात में की गई चंद्र पूजन और आराधना से साल भर के लिए लक्ष्मी और कुबेर की कृपा प्राप्ति होती है।
5. शरद पूर्णिमा की रात में हनुमानजी के सामने चौमुखा दीपक जलाएं। इसके लिए आप मिट्टी का एक दीपक ल���ं और उसमें तेल या घी भरें। इससे आपको हनुमानजी की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
# शरद पूर्णिमा के दिन क्या ना करें:-
1. भोजन :- इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसे मांस, मटन, चिकन या मसालेदार भोजन, लहसुन, प्याज आदि।
2. शराब :- इस दिन किसी भी हालत में आप शराब ना पिए क्योंकि इस दिन शराब का दिमाग पर बहुत गहरा असर होता है। इससे शरीर पर ही नहीं, आपके भविष्य पर भी दुष्परिणाम हो सकते हैं।
3. क्रोध :- इस दिन क्रोध नहीं करना चाहिए। वैज्ञानिकों के अनुसार इस दिन चन्द्रमा का प्रभाव काफी तेज होता है इन कारणों से शरीर के अंदर रक्त में न्यूरॉन सेल्स क्रियाशील हो जाते हैं और ऐसी स्थिति में इंसान ज्यादा उत्तेजित या भावुक रहता है। एक बार ��हीं, प्रत्येक पूर्णिमा को ऐसा होता रहता है तो व्यक्ति का भविष्य भी उसी अनुसार बनता और बिगड़ता रहता है।
4.भावना :- जिन्हें मंदाग्नि रोग होता है या जिनके पेट में चय-उपचय की क्रिया शिथिल होती है, तब अक्सर सुनने में आता है कि ऐसे व्यक्ति भोजन करने के बाद नशा जैसा महसूस करते हैं और नशे में न्यूरॉन सेल्स शिथिल हो जाते हैं जिससे दिमाग का नियंत्रण शरीर पर कम, भावनाओं पर ज्यादा केंद्रित हो जाता है। अत: भावनाओं में बहें नहीं खुद पर नियंत्रण रखकर व्रत करें।
5. स्वच्छ जल :- चांद का धरती के जल से संबंध है। जब पूर्णिमा आती है तो समुद्र में ज्वार-भाटा उत्पन्न होता है, क्योंकि चंद्रमा समुद्र के जल को ऊपर की ओर खींचता है। मानव के शरीर में भी लगभग 85 प्रतिशत जल रहता है। पूर्णिमा के दिन इस जल की गति और गुण बदल जाते हैं। अत: इस दिन जल की मात्रा और उसकी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।
6. अन्य सावधानियां :- इस दिन पूर्ण रूप से जल और फल ग्रहण करके उपवास रखें। यदि इस दिन उपवास नहीं रख रहे हैं तो इस दिन सात्विक आहार ही ग्रहण करें तो ज्यादा बेहतर होगा। इस दिन काले रंग का प्रयोग न करें और ना ही नकारात्मक बातें सोचे।
|| राम राम जी ||
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In English:- www.astropawankv.com
In Hindi:- www.astropawankv.blogspot.com
Verma's Scientific Astrology & Vastu Research Center Research Astrologer's Pawan Kumar Verma (B.A.,D.P.I.,LL.B.) & Monita Verma.... Ludhiana Punjab Bharat Phone..9417311379.
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चंद्र ग्रहण 2018: सदी के सबसे लंबा चंद्र ग्रहण का ऐसा होगा जीवन पर प्रभाव चंद्र ग्रहण उस स्थिति को कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है.
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चंद्र ग्रहण 2022 का गर्भावस्था पर प्रभाव: क्या चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक है? जानिए क्या करें और क्या न करें
चंद्र ग्रहण 2022 का गर्भावस्था पर प्रभाव: क्या चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक है? जानिए क्या करें और क्या न करें
छवि स्रोत: फ्रीपिक प्रतिनिधि छवि चंद्र ग्रहण 2022: साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण या चंद्र ग्रहण आज है। यह ��ूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और भारत के कुछ हिस्सों में दिखा�� देगा। पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाएगी और नीले ग्रह की राक्षसी छाया अपने छोटे प्राकृतिक उपग्रह को ढक देगी। चंद्रग्रहण पूर्वोत्तर राज्यों में समग्र रूप से देखा जाएगा, लेकिन शाम को सूर्य के अस्त होते ही शेष भारत में आंशिक रूप से ही…
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#चंद्र ग्रहण#चंद्र ग्रहण 2022#चंद्र ग्रहण 2022 गर्भावस्था#चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भावस्था#चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाएं#चंद्र ग्रहण गर्भावस्था#चंद्र ग्रहण गर्भावस्था डॉन#भारत में चंद्र ग्रहण 2022
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Chandra Grahan Effect : चंद्र ग्रहण के बाद कल से चमक जाएगा इन 3 राशियों का भाग्य
Chandra Grahan Effect : चंद्र ग्रहण के बाद कल से चमक जाएगा इन 3 राशियों का भाग्य
Chandra Grahan Effect – आज साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का असर हर राशि के ऊपर देखने को मिलता है। किसी राशि पर ग्रहण का शुभ तो किसी पर अशुभ प्रभाव जरूर ही पड़ता है। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भी कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ के लिए अशुभ साबित होगी। ग्रहण के दौरान ग्रहो में हो���े वाले फेर बदल सीधे तौर पर मानव जीवन को प्रभावित करता है। जी हाँ आपको बता दे , ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 11 नवंबर को धन और वैभव…
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